क्यों ख़रीदना चाहिए?
- इस क़ीमत पर डीसीए में बेहतरीन विकल्प।
- शहर में इस्तेमाल के लिए सुविधाजनक।
- जी-एनकैप पर पांच-स्टार रेटिंग
क्यों इसे नज़रअंदाज़ कर सकते हैं?
- कम आरपीएम पर पिकअप की कमी महसूस होती है।
- कुछ फ़ीचर्स की कमी खलती है।
मत
इंजन और परफ़ॉर्मेंस
टाटा की यह प्रीमियम हैचबैक का डीसीए वर्ज़न 1.2-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध है। यह अल्फ़ा आर्क प्लेटफ़ॉर्म पर आधारित है। यही इंजन टाटा की पंच में भी देखने को मिलता है। यह 85bhp का पावर और 113Nm का टॉर्क प्रोड्यूस करती है। गाड़ी को शुरू करने पर 1500rpm से 3000rpm के बीच पावर की थोड़ी कमी महसूस होती है यानी गाड़ी पिकअप लेने में कुछ सेकेंड्स का वक़्त लगाती है। एक बार गाड़ी से रूबरू होने पर, उन सेकेंड्स का इंतज़ार करने की बजाय पैर अपने आप ही एक्सलरेटर के पेडल पर चला जाता है।
इस सेग्मेंट में केवल हृयूंडे i20 में डीसीटी ट्रैंस्मिशन दिया गया है। उसके बाद अल्ट्रोज़ दूसरे नंबर पर है, जिसमें डीसीए ट्रैस्मिशन मिलता है। इसलिए इस मॉडल का काफ़ी लंबे समय से इंतज़ार था। वैसे बता दें, कि डीसीटी को ही टाटा ने डीसीए का नाम दिया है। इसमें 6 गियर्स वाला डीसीए यानी ड्युअल क्लच ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन दिया गया है। भारत के बदलते मौसम को मद्देनज़र रखते हुए टाटा ने इस सेग्मेंट में वेट क्लच, ऐक्टिव कूलिंग टेक्नोलॉजी को जोड़ा है। बता दें, कि आमतौर पर भारतीय ऑटोमैटिक कार्स में ड्राय क्लच का इस्तेमाल होता है। जैसा, कि हृयूंडे i20 को ड्राय क्लच से जोड़ा गया है। वेट क्लच के फ़ायदे यह हैं, कि गाड़ी को ट्रैफ़िक में चलाने पर भी इसके क्लच पर ज़्यादा दबाव नहीं बनता। साथ ही बाक़ी ऑटोमैटिक क्लच सेटअप में जो हीटिंग की समस्या आती है, उसे भी कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
ग़ौरतलब है, कि अल्ट्रोज़ का डीसीटी ट्रैंस्मिशन काफ़ी सहज है यानी आपको गियर शिफ़्ट महसूस नहीं होता। इसके साथ ही भारत की धूल भरी सड़कों के लिए टाटा ने इस मॉडल में सेल्फ़ हीलिंग मेकैनिज़म भी दिया है। समय के साथ यह मैकेनिज़म कितना काम करता है, यह देखना काफ़ी दिलचस्प होगा।
राइड और हैंडलिंग
बात करें गाड़ी के राइड क्वॉलिटी और इसके हैंडलिंग के बारे में तो इसकी राइड क्वॉलिटी कम स्पीड पर अच्छी है। स्पीड ब्रेकर्स और गड्ढों में सही ब्रेकिंग के साथ गाड़ी बहुत ज़्यादा झटके नहीं देती है। वहीं हाई स्पीड में यह काफ़ी स्थिर है, लेकिन कम स्पीड पर राइड क्वॉलिटी मार खाती है। कह सकते हैं, थोड़ी सख़्त महसूस होती है। गाड़ी में इंजन की आवाज़ सुनाई देती है, लेकिन उसके अलावा टायर और अन्य एम्बिएंट नॉइस जिसे कहते हैं, वह ना के बराबर है।
स्टीयरिंग का रिस्पॉन्स त्वरित है और फ़्लैट बॉटम स्टीयरिंग होने की वजह से इसे इस्तेमाल करना काफ़ी आसान बन जाता है। लेकिन कम स्पीड पर स्टीयरिंग कुछ हद तक भारी लगती है। कुल मिलाकर इस मॉडल को शहर की भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर इस्तेमाल करना आरामदेह और सुविधाजनक है।
इंटीरियर स्पेस और क्वॉलिटी
अल्ट्रोज़ में ब्लैक और ग्रे इंटीरियर दिया गया है। बाक़ी इंटीरियर में अल्ट्रोज़ के अन्य वेरीएंट से बहुत ज़्यादा फ़र्क़ नहीं है। इसका क्रोम फ़िनिश वाला डैशबोर्ड गाड़ी को अंदर से एक प्रीमियम लुक ज़रूर देता है। गाड़ी का केबिन काफ़ी खुला-खुला है और पीछे तीन लोगों के बैठने के लिए ठीक-ठाक जगह है। इसके फ़्लैट बॉटम स्टीयरिंग वील व गियर लिवर पर लेदर रैपिंग की गई है। इसकी सीट्स भी लेदराइट हैं और आरामदेह भी हैं।
फ़ीचर और इक्विपमेंट
इसमें ऑटो पार्क लॉक सिस्टम दिया गया है, जिसमें ड्राइवर यदि गाड़ी को पार्क मोड पर डालना भूल भी जाए, तो यह ऑटोमैटिकली पार्क मोड को चालू कर देता है। ड्राइव असिस्ट फ़ीचर, पार्क असिस्ट, वाइस अलर्ट, एबीएस, बीएससी, ईबीडी, सीएससी (कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल) जैसे कई अन्य सुरक्षा फ़ीचर्स इस मॉडल में मिलते हैं।
टाटा की इस मॉडल में 7-इंच का टीएफ़टी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। साथ ही, 7-इंच का इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम दिया गया है, जिसे ऐंड्रॉइड ऑटो व ऐप्पल कारप्ले से जोड़ा जा सकता है। इसमें फ़ास्ट यूएसबी चार्जर, वॉइस असिस्ट जैसे कई अन्य फ़ीचर्स भी मिलेंगे। जैसा कि हमें पता ही है, कि अल्ट्रोज़ में 90 डिग्री तक खुलने वाले दरवाज़े हैं, तो इस मॉडल में भी वही फ़ीचर दिया गया है। दरवाज़े के ही रंग के हैंडल्स, पीछे के दरवाज़े पर सी-पिलर पर माउंट किए गए हैंडल्स दिए गए हैं। पियानो ब्लैक ओआरवीएम पर क्रोम फ़िनिश दिया गया है। प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स, एलईडी डीआरएल्स, दोहरे रंग वाले अलॉय वील्स, फ़ॉग लैम्प्स, एलईडी हेडलाइट्स, टर्न इंडिकेटर्स बॉडी पर दिए गए हैं।
इसे आप स्मार्टफ़ोन से भी कनेक्ट कर सकते हैं, यह आपको हेडलाइट चालू करने, गाड़ी को चालू करने और बंद करने और हॉर्न बजाने की सुविधा देती है। इसमें क्रूज़ कंट्रोल, कीलेस ऐंट्री, स्टोरेज के साथ वाला आर्मरेस्ट भी मिलता है। टाटा के इस मॉडल में सेंटर लॉक/अनलॉक बटन गियरबॉक्स के पीछे दिया गया है, जिससे सहज होने में हो सकता है, मेरी तरह आपको कुछ वक़्त लग जाए।
अंतिम राय
अल्ट्रोज़ डीसीए को बाहर से देखने पर इसका ओपेरा ब्लू रंग काफ़ी आकर्षक लगता है। बाज़ार में इसके प्रतिद्वंदियों की तुलना में इस मॉडल को सबसे ज़्यादा सुरक्षा रेटिंग मिली हुई है। हमारे अनुसार, शहर में इस्तेमाल करने के लिए यह मॉडल एक अच्छा विकल्प बन सकती है, लेकिन यदि आपको रोमांचक ड्राइविंग का शौक़ है, तो यह मॉडल आपको थोड़ा निराश कर सकती है। इस क़ीमत पर एक अच्छा ऑटोमैटिक गियरबॉक्स चाहते हैं, तो बेझिझक ही इस मॉडल को ख़रीदना एक सही फ़ैसला होगा। कुल मिलाकर शहर में इस्तेमाल करने, काम आने वाले फ़ीचर्स, आकर्षक लुक और एक अच्छी सुरक्षा रेटिंग वाली ऑटोमैटिक कार के लिए इसे चुना जा सकता है। वहीं यदि आप लंबे ट्रिप्स के शौक़ीन हैं, तो बाज़ार में उपलब्ध अन्य विकल्पों को एक बार खंगालने में कोई हर्ज नहीं है।
फ़ोटो: कौस्तुभ गांधी