
- 2026 तक लॉन्च किए जाने की उम्मीद
- इसमें मिल सकता है 2.0-लीटर टीएसआई पेट्रोल इंजन
फ़ॉक्सवैगन एक बार फिर से भारतीय बाज़ार में तीन-रो वाली प्रीमियम एसयूवी सेग्मेंट में वापसी करने की तैयारी कर रहा है। हाल ही में कंपनी की आने वाली एसयूवी फ़ॉक्सवैगन टेरॉन को भारत में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। टेरॉन असल में पुराने टिग्वान की तरह ही होगी और इसे भारत में 2026 तक लॉन्च किए जाने की उम्मीद लगाई जा रही है।

बता दें कि इस एसयूवी का सीधा मुक़ाबला स्कोडा कोडिएक से होने वाला है, क्योंकि टेरॉन और कोडिएक एक ही प्लेटफ़ॉर्म शेयर करते हैं। माना जा रहा है कि टेरॉन का भारतीय वर्ज़न भी कोडिएक की तरह ही फ़ॉक्सवैगन के छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) स्थित प्लांट में लोकल असेंबली के ज़रिए तैयार किया जाएगा।
भारत में टेरॉन में वही स्पेसिफ़िकेशन और फ़ीचर्स मिलने की उम्मीद है, जो नई जनरेशन कोडिएक में देखने को मिलते हैं। इसमें 2.0-लीटर टीएसआई पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 7-स्पीड डीएसजी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स और 4x4 ऑल-वील ड्राइव सिस्टम के साथ आएगा।

वहीं, फ़ीचर्स की बात करें तो, टेरॉन में किआ और हुंडई जैसी कंपनीज़ को टक्कर देने वाले हाई-एंड फ़ीचर्स शामिल किए जा सकते हैं, जिसमें मल्टी-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, ड्युअल डिजिटल स्क्रीन (फ़ोन मिररिंग के साथ), 360-डिग्री कैमरा और फ़ुल एलईडी लाइट पैकेज और तीन रो में प्रीमियम सीटिंग लेआउट शामिल है।
फ़ॉक्सवैगन टेरॉन की ऐंट्री से कंपनी न सिर्फ़ स्कोडा कोडिएक और टोयोटा फ़ॉर्च्यूनर जैसी एसयूवीज़ को चुनौती देगी, बल्कि अब यह एसयूवी बीवायडी सील, सीलायन 7 और हुंडई आयनिक 5 जैसी इलेक्ट्रिक और प्रीमियम एसयूवीज़ के लिए भी एक मज़बूत विकल्प बनकर सामने आ सकती है।

कुल मिलाकर, टेरॉन फ़ॉक्सवैगन के लिए भारत में एसयूवी सेग्मेंट में एक नई शुरुआत का रास्ता बन सकती है, ख़ासकर उन ख़रीदारों के लिए, जो एक प्रीमियम, फ़ीचर-लोडेड और फ़ुल साइज़ एसयूवी की तलाश कर रहे हैं।