
- अब हर मॉडल में मिलेगा ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी
- पहली बार नेक्सन के साथ 2024 में किया गया था पेश
टाटा मोटर्स ने बताया है कि, वित्तीय साल 2025 में उसकी सीएनजी कार्स की डिमांड में ज़बरदस्त 53% की बढ़ोतरी देखी गई है। कंपनी ने इस साल 1.39 लाख सीएनजी गाड़ियां बेचीं, जबकि पिछले साल (वित्तीय साल 2024) यह आंकड़ा 91,000 यूनिट्स था। यह बढ़ोतरी दिखाती है कि, सीएनजी सेग्मेंट में टाटा अब तेजी से आगे बढ़ रही है।
नेक्सन सीएनजी बना गेम चेंजर
टाटा के लिए सीएनजी सेग्मेंट में ग्रोथ लाने में सबसे अहम रोल नेक्सन सीएनजी ने निभाया है, जिसे 2024 में लॉन्च किया गया था। इसके अलावा, टियागो और टिगोर सीएनजी को अब एएमटी (ऑटोमैटिक) विकल्प के साथ भी पेश किया गया, जिससे ग्राहकों को और सुविधा और विकल्प मिले। कंपनी का कहना है कि, अब टियागो और टिगोर सीएनजी की डिमांड, इनके पेट्रोल वर्ज़न से ज़्यादा हो चुकी है।

अब हर सीएनजी मॉडल में ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी
टाटा के पास अब पांच सीएनजी मॉडल्स की लाइनअप है, जिनमें सभी में ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी स्टैंडर्ड रूप में मिलती है। इस तकनीक की वजह से बूट स्पेस में कोई समझौता नहीं होता। टाटा अब मारुति सुज़ुकी जैसी कंपनीज़ को सीएनजी सेग्मेंट में टक्कर दे रही है, लेकिन कई अलग-अलग बॉडी स्टाइल के साथ।
थोड़ा और बेहतर हो सकता था आंकड़ा
हालांकि टाटा का मानना है कि, यह आंकड़ा और भी बेहतर हो सकता था, अगर हैचबैक और सिडैन सेग्मेंट की डिमांड में गिरावट नहीं आई होती। हालांकि, कंपनी ने यह भी माना है कि, इन सेग्मेंट्स में 12% गिरावट आई है, लेकिन उम्मीद है कि, नई अल्ट्रोज़ फ़ेसलिफ़्ट की ऐंट्री से इनकी डिमांड दोबारा बढ़ेगी।

एसयूवी की बढ़ती दीवानगी
टाटा ने माना है कि, मारुति की तरह उसे भी छोटे वाहनों की डिमांड में कमी देखने को मिली है। अब पहली बार कार ख़रीदने वाले ग्राहक भी ज़्यादा बजट लेकर आ रहे हैं और सीधे एसयूवीज़ की तरफ जा रहे हैं। यही वजह है कि, एसयूवीज़ अब हर प्राइस रेंज में दूसरी बॉडी स्टाइल्स की जगह ले रही हैं।
अनुवाद: गुलाब चौबे