
अप्रैल 2025 में देश की कार इंडस्ट्री ने उम्मीद के मुताबिक़ बिक्री के आंकड़े तो दर्ज किए, लेकिन बाज़ार में ख़रीदारी की असली रफ़्तार अब भी गायब नज़र आई। जहां एक तरफ एसयूवी सेग्मेंट ने कंपनीज़ को सहारा दिया, वहीं हैचबैक और सिडैन कार्स की मांग अब भी ठंडी पड़ी है। इसका सीधा असर कुल डिमांड पर देखने को मिला है।
मारुति सुज़ुकी का दबदबा बरक़रार, पर ग्रोथ कमज़ोर

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी ने अप्रैल में कुल 1,38,000 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल 1,37,952 यूनिट्स थी। हालांकि यह आंकड़ा पिछले साल के मुक़ाबले 0.5% ही बढ़ा है। इसका मतलब है कि, कंपनी की पकड़ तो मज़बूत है, लेकिन नए ग्राहकों को जोड़ने में अब पहले जैसी तेजी नहीं रही।
महिंद्रा बनी ग्रोथ की नई लहर, नंबर 2 की कुर्सी हथियाई

अगर अप्रैल महीने का सबसे बड़ा सरप्राइज़ किसी ने दिया है, तो वह है महिंद्रा। सिर्फ़ एसयूवी बेचकर कंपनी ने 52,330 यूनिट्स की बिक्री कर डाली और साल-दर-साल 28% (पिछले साल 41,008 यूनिट्स) की धमाकेदार ग्रोथ दर्ज की। इसके अलावा, ख़ास बात यह रही कि, महिंद्रा ने हुंडई और टाटा कंपनीज़ को पछाड़ते हुए नंबर 2 की पोज़िशन हासिल कर ली।
हुंडई और टाटा को झटका, बिक्री में गिरावट

हुंडई की बिक्री 50,201 यूनिट्स रही, जो पिछले साल के मुक़ाबले 12% कम है। वहीं, टाटा मोटर्स को भी 6% की गिरावट झेलनी पड़ी और कंपनी की बिक्री 47,885 यूनिट्स पर सिमट गई। ईवी सेग्मेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद टाटा की कुल बिक्री पर असर पड़ा है।
एसयूवी सेग्मेंट बना इंडस्ट्री की जान

टोयोटा, किया और एमजी मोटर जैसी कंपनीज़ ने भी एसयूवी सेग्मेंट के दम पर ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। टोयोटा ने 33%, किया ने 18% और एमजी ने 23% की सालाना ग्रोथ हासिल की। इससे साफ हो गया है कि, एसयूवी ही अब ग्राहकों की पहली पसंद बन चुकी है, चाहे बात डिज़ाइन की हो, फ़ीचर्स की हो या रोड प्रजेंस की।

डिमांड अभी कमज़ोर, लेकिन उम्मीदें ज़िंदा
बाज़ार में फ़िलहाल ग्राहकों की डिमांड कमज़ोर बनी हुई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि, जून से लेकर त्योहारी सीज़न तक स्थिति में सुधार हो सकता है। साथ ही एक्सपर्ट्स का मानना है कि, अगर फ़ाइनेंस स्कीम्स में राहत और ब्याज दरों में कटौती होती है, तो डिमांड में फिर से जान आ सकती है।
अंत में सवाल यही है कि, क्या एसयूवी सेग्मेंट ही भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को संभालेगा, या फिर कोई नई कैटेगरी आगे आएगी? आने वाले महीने इस सवाल का जवाब जरूर देंगे।