हुंडई ने 21 मार्च, 2023 को नई छठी जनरेशन की वरना लॉन्च की है। यह न केवल बाहर से बड़ी और अधिक स्पोर्टी है, बल्कि अन्दर पहले से ज़्यादा स्पेस भी दिया गया है। इसमें एडास सहित कई नए फ़ीचर्स भी मिलते हैं। इसके अलावा, नई वरना आरामदायक है और पीछे की सीट में पहले से ज़्यादा जगह मिल जाता है, जो कि पिछले कई वर्षों से वरना की कमी रही है। आपको बता दें, कि वरना ने नए टर्बो-पेट्रोल इंजन को लॉन्च करते ही अपने सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाले 1.6-लीटर डीज़ल इंजन को बंद कर दिया है।
वरना का यह नया इंजन 1.5-लीटर GDi टर्बो-पेट्रोल पुराने जनरेशन वाले 1.0-लीटर टर्बो-पेट्रोल का अपग्रेड है। यह 158bhp का सेग्मेंट-बेस्ट पावर और 253Nm का टॉर्क प्रोड्यूस करता है, जिसमें छह-स्पीड मैनुअल या सात-स्पीड ड्यूल-क्लच ट्रैंस्मिशन (डीसीटी) शामिल है। हुंडई का कहना है, कि यह टर्बो-पेट्रोल वरना केवल 8.1 सेकंड्स में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकती है और यह BS6 फ़ेज 2 और E20 ईंधन-अनुरूप है। फ़्यूल माइलेज के संदर्भ में एआरएआई ने दावा किया है, कि 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन को मैनुअल के साथ जोड़े जाने पर 20 किमी प्रति लीटर और डीसीटी के साथ जोड़े जाने पर 20.6 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलेगा।
हुंडई वरना का सिटी फ़्यूल माइलेज: जब हमारे फ़्यूल रन पर कारवाले द्वारा परीक्षण किए जाने पर वरना टर्बो पेट्रोल इंजन ने 77.7 किमी के लिए 7.02 लीटर पेट्रोल लिया, जिसे हमने अपने टेस्ट मार्ग पर चलाया है। वरना ने असल में 11.06 किमी प्रति लीटर का माइलेज दिया है, वहीं चालक के डिस्प्ले पर औसत फ़्यूल इफ़िशंसी 11.70 किमी प्रति लीटर था।
हुंडई वरना का हाईवे पर माइलेज: इसी तरह हाईवे टेस्ट रूट पर हमने वरना को 41 किमी तक चलाया, जिसमें सिर्फ़ 2.18 लीटर पेट्रोल की खपत हुई| हाईवे पर यह 18.80 किमी प्रति लीटर की टेस्टेड फ़्यूल इफ़िशंसी है। एक बार फिर एमआईडी ने 18.1 किमी प्रति लीटर का सटीक औसत फ़्यूल माइलेज दिखाया है।
45 लीटर की फ़्यूल टैंक क्षमता और 12.99 किमी प्रति लीटर की औसत फ़्यूल इफ़िशंसी के साथ, वरना टर्बो पेट्रोल डीसीटी पूरा फुल टैंक कराने पर 584 किमी तक जा सकती है। ग़ौर करने वाली बात यह है, कि कारवाले द्वारा किए जाने वाले माइलेज परीक्षण असल परिस्थितियों किए जाते हैं और ये आंकड़े इस बात की ओर संकेत करते हैं, कि आप कार से क्या उम्मीद कर सकते हैं। हालांकि, ड्राइविंग स्टाइल, ईंधन टैंक अप विधि, ईंधन की गुणवत्ता, तापमान, वीइकल की स्थिति और यातायात की स्थिति जैसे कई कारकों से प्रभावित होकर आपकी कार की फ़्यूल इफ़िशंसी बदल सकती है।
अनुवाद: गुलाब चौबे